Posts

Showing posts from July, 2019

छत्तीसगढ़ी सार छंद

★ सावन के सम्मारी ★ भक्ति भाव के रस मा डूबे, हावय पारा-पारा। अविनाशी भोलेबाबा के, गूँजत हे जयकारा।। कतको झन उपवास रखे हें, भोले के भक्तनमन। सावन के सम्मारी होथे, संगी दिन बड़ प...