Posts

Showing posts from September, 2019

छत्तीसगढ़ी अमृत ध्वनि छंद

अमृत ध्वनि छंद - श्लेष चन्द्राकर (1) गावव तीज तिहार मा, छत्तीसगढ़ी गीत। अपन राज के सब करव, परंपरा ले प्रीत।। परंपरा ले, प्रीत करव गा, पोठ बनावव। जम्मो मनखे, जुरमिल सुग्घर, परब मनाव...

छत्तीसगढ़ी गीतिका छंद

¤ गीतिका छंद ¤ ★ विषय - रोटी ★ चार रोटी सोझ भइया, नइ मिलय बनिहार ला। रातदिन बड़ काम करके, पोसथे परिवार ला।। ढालथे तन ला अपन जी, वो सबो हालात मा। मन लगाके बड़ कमाथे, घाम जुड़ बरसात मा।। ...